लॉरेंस बिश्नोई

लॉरेंस बिश्नोई एक  गैंगस्टर है, जिसका नाम कई अपराधों से जुड़ा हुआ है, खासकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों में। वह बिश्नोई समुदाय से संबंधित है और उसकी अपराधी छवि के कारण वह एक चर्चा का विषय बना हुआ है। उसके नाम पर हत्या, फिरौती, तस्करी, धमकी, और कई आपराधिक गतिविधियों के मामले … Read more

ब्लैक होल क्या है?

ब्लैक होल क्या है? ब्लैक होल अंतरिक्ष में एक ऐसा क्षेत्र होता है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल इतना शक्तिशाली होता है कि कुछ भी, यहां तक कि प्रकाश भी, उससे बच नहीं सकता। इसे पहले सामान्य सापेक्षता (General Relativity) के सिद्धांत के तहत अल्बर्ट आइंस्टाइन द्वारा पूर्वानुमानित किया गया था। एक ब्लैक होल का निर्माण तब … Read more

परीक्षा निकालने के लिए प्रभावी तैयारी और रणनीतियाँ 2024

परीक्षा निकालने के लिए प्रभावी तैयारी और रणनीतियाँ 2024 परीक्षा निकालने के लिए प्रभावी तैयारी और रणनीतियाँ अपनाना बहुत जरूरी है। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं जो आपको परीक्षा में सफलता पाने में मदद कर सकते हैं: 1. समय प्रबंधन (Time Management) – टाइम टेबल बनाएं: अपने अध्ययन के लिए एक विस्तृत समय … Read more

पेरिस ओलंपिक 2024: 28 जुलाई तक भारतीय पदक तालिका 

पेरिस ओलंपिक 2024: 28 जुलाई तक भारतीय पदक तालिका पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय दल ने अब तक कुल चार पदक जीते हैं, जिसमें एक रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं। इन पदकों ने न केवल भारतीय खेलों में एक नया अध्याय जोड़ा है बल्कि खिलाड़ियों की मेहनत और प्रतिभा को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर … Read more

टोक्यो ओलंपिक 2024 में भारत के गोल्ड मेडलिस्ट जिन्होंने लहराया तिरंगा, भारत  देश सबसे ऊंचा

टोक्यो ओलंपिक 2024 में भारत के गोल्ड मेडलिस्ट जिन्होंने लहराया तिरंगा, भारत  देश सबसे ऊंचा   परिचय:- टोक्यो ओलंपिक 2024 भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण और गौरवशाली रहा। इस ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत, लगन, और प्रतिभा का प्रदर्शन कर कई स्वर्ण पदक हासिल किए। यह न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि पूरे … Read more

2024 में समुद्र में मिले डार्क ऑक्सीजन से वैज्ञानिक हैरान क्यों हैं? 

2024 में समुद्र में मिले डार्क ऑक्सीजन से वैज्ञानिक हैरान क्यों हैं? परिचय:- डार्क ऑक्सीजन का समुद्र में मिलना वैज्ञानिक समुदाय में एक आश्चर्यजनक और रोमांचक खोज है। यह खोज न केवल समुद्री विज्ञान में नई दिशाओं की ओर इशारा करती है, बल्कि हमारे पर्यावरण और जैविक प्रक्रियाओं को समझने में भी नई अंतर्दृष्टि प्रदान … Read more

कारगिल विजय दिवस की कहानी

कारगिल विजय दिवस की कहानी

26 July 1999

 

**परिचय**

कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी, शौर्य, और बलिदान का प्रतीक है। यह दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है, जब भारत ने कारगिल युद्ध में विजय प्राप्त की थी। यह युद्ध 1999 में मई से जुलाई के बीच लड़ा गया था, जब पाकिस्तान ने भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के कारगिल जिले में घुसपैठ की थी।

कारगिल विजय दिवस की कहानी
कारगिल विजय दिवस के उत्साह का प्रतीक फोटो 

**पृष्ठभूमि**

कारगिल युद्ध की जड़ें 1947-48, 1965, और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्धों में देखी जा सकती हैं। 1998 में दोनों देशों ने परमाणु परीक्षण किए, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान ने यह सोचकर कारगिल में घुसपैठ की योजना बनाई कि भारतीय सेना सर्दियों में इस क्षेत्र में कम सक्रिय रहती है। पाकिस्तान का उद्देश्य भारतीय सेना की आपूर्ति लाइनों को काटना और रणनीतिक स्थानों पर कब्जा करना था।

 

**युद्ध की शुरुआत**

मई 1999 में भारतीय सेना ने कारगिल सेक्टर में घुसपैठियों की मौजूदगी का पता लगाया। प्रारंभ में, यह माना गया कि ये घुसपैठिए आतंकवादी हैं, लेकिन बाद में स्पष्ट हुआ कि वे पाकिस्तान की नियमित सेना के सैनिक थे। यह भारत के लिए एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि घुसपैठियों ने ऊँचाई वाले क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया था, जिससे उन्हें रणनीतिक बढ़त मिली थी।

कारगिल युद्ध 3 मई 1999 से 26 जुलाई 1999 तक चला। इसका मतलब है कि यह युद्ध लगभग 3 महीने और 23 दिन तक चला। भारतीय सेना ने इस युद्ध मेंकारगिल युद्ध का चित्रण करते समय, यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे दो देशों के बीच की एक संघर्ष रूप में समझें। यह युद्ध उस समय हुआ जब पाकिस्तानी सैनिकों ने गुप्त रूप से कारगिल क्षेत्र में घुसपैठ की और भारतीय तटस्थ सेना ने इस पर प्रतिक्रिया दी।

 

**भारतीय सेना की प्रतिक्रिया**

भारतीय सेना ने ऑपरेशन “विजय” की शुरुआत की। इस ऑपरेशन का उद्देश्य घुसपैठियों को भारतीय सीमा से बाहर निकालना था। भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन “सफेद सागर” चलाया, जिसमें उन्होंने घुसपैठियों के ठिकानों पर हवाई हमले किए। भारतीय सेना ने कई महत्वपूर्ण पहाड़ियों और चौकियों पर कब्जा कर लिया, जिसमें टाइगर हिल, तोलोलिंग, और प्वाइंट 4875 शामिल थे।

भारतीय सेना ने इस स्थिति का सामना किया और शीघ्रता से कारगिल क्षेत्र में ऑपरेशन शक्ति नामक युद्ध संघर्ष शुरू किया। यह युद्ध बेहद कठिन और अद्वितीय था क्योंकि यह पहाड़ों की ऊँचाइयों और मुश्किल शिविरों में लड़ा गया। भारतीय सेना ने उन पर जोरदार आक्रमण किए और धीरे-धीरे पाकिस्तानी सैनिकों को पराजित किया।

**कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ**

युद्ध के दौरान भारतीय सेना को कठिन भूगोल, ऊँचाई और प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ा। दुश्मन ने ऊँचाई पर स्थितियों का लाभ उठाते हुए भारत की ओर आने वाली सेनाओं पर गोलीबारी की। इसके बावजूद, भारतीय सैनिकों ने अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय दिया। इस संघर्ष में भारत ने अपने कई वीर सैनिकों को खो दिया, जिनमें कैप्टन विक्रम बत्रा, लेफ्टिनेंट मनोज पांडे, और ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव जैसे वीर शामिल थे।

 

**विजय और परिणाम**

26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध में विजय की घोषणा की। इस दिन को “कारगिल विजय दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इस युद्ध में भारतीय सेना ने अपनी क्षमता, धैर्य, और साहस का परिचय दिया और दुनिया को यह संदेश दिया कि भारतीय सेना अपनी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है।

इस युद्ध में भारतीय सेना ने अपनी अद्वितीय युद्ध कौशल और वीरता को प्रदर्शित किया। वे अपनी जान की परवाह किए बिना धरती की गोद में वीरता से लड़ते रहे। इस युद्ध का परिणाम था कि भारत ने कारगिल क्षेत्र को वापस ले लिया और इसे अपनी नियंत्रण में कर दिया। पाकिस्तानी सैनिकों को पराजित करके कारगिल क्षेत्र को फिर से भारतीय नियंत्रण में ले लिया था।

Read more

चांद और मंगल मिशन के लिए बना दुनियां का सबसे Power full रॉकेट: स्टारशिप का सफल परीक्षण 2024

चांद और मंगल मिशन के लिए बना दुनियां का सबसे Power full रॉकेट: स्टारशिप का सफल परीक्षण 2024 चंद्रमा और मंगल मिशन के लिए डिज़ाइन किए गए अत्यधिक सक्षम स्टारशिप रॉकेट का नवीनतम परीक्षण एक शानदार सफलता थी। 6 जून को शाम 6:20 बजे टेक्सास के बोका चिका से लॉन्च किए गए इस रॉकेट ने … Read more

5 जून, विश्व पर्यावरण दिवस 

5 जून, विश्व पर्यावरण दिवस  वैश्विक समुदाय हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (WED) मनाने के लिए एक साथ आता है, जिसका उद्देश्य हमारे बहुमूल्य पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण करना है। इस पहल की शुरुआत सबसे पहले 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण के … Read more